एसडीएम ने कहा पुलिस करेगी कार्रवाई
कैसरगंज/ बहराइच
तहसील क्षेत्र कैसरगंज में लगातार चाहे हो रहे राजस्व नुकसान पर प्रसाशन को ठोस कदम उठाना चाहिए फिर चाहे वह अवैध मिट्टी खनन का मामला हो या सार्वजनिक जमीनों पर अतिक्रमण मामला के साथ साथ उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना एक पेड़ मां के नाम की मुहिम वाले वन विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देश में चलाई जा रही है। जिसमें बड़े-बड़े नेता और जिले के सक्षम अधिकारी अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर समाचार पत्रों की सुर्खियां में आते हैं, उन्हें इस बात की चिंता जरा सी भी नहीं कि जो पेड़ हम आज लगा रहे हैं वह कितने वर्षों बाद जाकर तैयार होगा हमारी कुर्सी और हमारा जिला रहे ना रहे क्या इन पेड़ों की देखभाल होती रहेगी। पौधा रोपण के बाद अक्सर यह प्रश्न और सवाल हर जिम्मेदार के जहन में पैदा होता है लेकिन मूर्त रूप नहीं ले पाता। ऐसे में वर्षों पुराने वन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग इत्यादि के द्वारा सड़क के किनारों की खाली पड़ी सरकारी जमीन पर लाखों वेश कीमती पेड़ पूर्व में लगाए गए थे, जिनका दोहन वर्तमान समय में वन माफिया हरे पेड़ों पर आरा चलकर मोटी कमाई कर रहे हैं और जिम्मेदार प्रशासन के अधिकारी दृष्टराष्ट्र की भांति आंखों में पट्टी बांधे हुए हैं इसका ज्वलंत उदाहरण कुंडासर से हुजूरपुर मार्ग पर स्थित इटहुआ पुल के किनारे पर सरकारी जमीन में लगे शीशम,कठ गूलर, शिव बाबुल और सेमल के पेड़ों पर कटान चालू है और जिम्मेदार मौन है। जब उन अधिकारियों को कोई समाजसेवी अथवा पत्रकार सूचना देता है तो उन्हें स्थान ही नहीं पता होता है। वह सूचना देने वाले से ही स्थान के बारे में गहनता से पूछताछ करते हैं और कार्रवाई करने की बात कह करके अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं। ऐसे में पेड़ लगाना तो दूर पेड़ों की सुरक्षा का भी प्रश्न अहम होना चाहिए वन विभाग और पुलिस विभाग पर। मामले के सम्बन्ध में एसडीएम अखिलेश कुमार सिंह अभी तुरंत मौके पर पुलिस हुआ राजस्व विभाग की टीम को भेज कर मामले में कार्यवाही कराई जा रही है।
क्या कहते हैं वन विभाग के जिम्मेदार अफसर
वन क्षेत्राधिकारी ओंकार यादव
सरकारी जमीनों पर लगे पेड़ों के कटन से पूर्व उनके नीलामी की प्रक्रिया पूरी किया जाना आवश्यक है यदि अगर कोई बिना प्रक्रिया पूर्ण काराए काट डाला है तो वह अवैध माना जाएगा एवं उसके विरुद्ध कार्यवाही कराई जाएंगी मामले में जांच करने गए वन रक्षक विनोद ने बताया कि यह पेड़ काश्तकार के खेत में लगे हुए और कांटे गए पेड़ छूट परिजात के पौधों के पाएं गए हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट
मोहम्मद अरमान रजा कादरी
मंडल ब्यूरो चीफ देवी पाटन गोंडा


