इसी साल 21 नवंबर 2020 को सऊदी अरबिया (Saudi Arabia) में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) को लेकर वाशिंगटन पोस्ट ने अपने फ्रंट पेज पर सऊदी अरब में पत्रकारों की स्वतंत्रता को लेकर सवाल उठाए हैं साथ ही जेल में बंद 32 पत्रकारों की तत्काल रिहाई की मांग की है
![]() |
(File Photo) G-20 2019 |
आप को बता दे 21 नवंबर 2020 को सऊदी अरबिया (Saudi Arabia) में होने वाले G-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में 20 देश सामिल होंगे जिसमें तुर्की, फ्रांस, सऊदी अरब, अमेरिका, आमने सामने होंगे, तुर्की के एक अखबार अल शबाह के मुताबिक तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब ओरदुगन पालस्तीन का मसला उठा सकते हैं जैसे कि तुर्की के राष्ट्रपति हमेशा पालस्तीन की आजादी की बात करते रहते हैं
जी-20 समिट 2020 (G-20 Summit) में ये देश रहंगे हिस्सा
अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडिया, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मेक्सिको, रशिया, सऊदी अरबिया साउथ अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका, और यूरोपियन यूनियन
पालस्तीनियो को क्यों है भारत से तमाम आशा
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जो अपनी आजादी के बाद से ही पालस्तीन का समर्थक रहा है और हमेशा से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पालस्तीन का समर्थन करता रहा है इसे पहले भी यमन और टर्की के कहने पर जब यूनाइटेड नेशंस में मध्यस्थता हुवी थी तब की तरफ से स्व सुषमा स्वराज ने इस्राएल के खिलाफ, पालस्तीन का समर्थन किया था इसी लिए पालस्तीनियो को भारत से बहुत सारी आशा है उन्हें लगता है अगर पालस्तीन का मामला उठाया गया तो भारत भी पालस्तीन का साथी रहेगा जैसे कि हमेशा से रहा है
भारत के अंदरूनी भले ही मुसलमानों के साथ भेदभाव हैं परन्तु अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत हमेशा से मुसलमानों का समर्थन करता रहा है
अब देखना ये है आगे 21 नवंबर के बाद क्या होता है
आगे की उपडेट्स के लिए बने रहे
Harrah's Cherokee Casino - JtmHub
जवाब देंहटाएंThis is a 논산 출장샵 beautiful place for all the excitement of your casino 동해 출장안마 table 서울특별 출장마사지 games like blackjack, roulette, 대구광역 출장마사지 craps and other 김해 출장안마 casino games.