ब्लॉक जरवल के ग्राम पंचायत रेवढा में मनरेगा के नियमों की अनदेखी, जेसीबी से कराया जा रहा है काम

 


                    जरवल/बहराइच

ग्राम पंचायत रेवढा, ब्लाक जरवल में मनरेगा के तहत नाले और तालाब के कार्य में बड़ा घोटाला सामने आया है। प्रधान किरन यादव और उनके पति दुःख हारन यादव पर आरोप है कि उन्होंने मनरेगा के नियमों की अनदेखी करते हुए जेसीबी मशीन से काम कराया है, जबकि मनरेगा के तहत मजदूरी से काम कराने का प्रावधान है।

क्या कहते हैं नियम?

मनरेगा के नियमों के अनुसार, सभी कार्यों में मजदूरी से काम कराने का प्रावधान है, ताकि ग्रामीणों को रोजगार मिल सके और उनकी आय बढ़ सके। लेकिन ग्राम पंचायत रेवढा में इसका पालन नहीं किया जा रहा है और जेसीबी मशीन से काम कराया जा रहा है।

कौन है जिम्मेदार?

इस मामले में प्रधान किरन यादव और उनके पति दुःख हारन यादव की भूमिका संदिग्ध है। उन्होंने मनरेगा के नियमों की अनदेखी करते हुए जेसीबी मशीन से काम कराने का फैसला किया, जिससे ग्रामीणों को रोजगार नहीं मिल पाया और सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ।

क्या होगी कार्रवाई?

इस मामले में उच्च अधिकारियों को जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। अगर आरोप सही पाए जाते हैं तो प्रधान किरन यादव और उनके पति दुःख हारन यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की अनियमितता न हो सके।

ब्यूरो रिपोर्ट 

मोहम्मद अरमान रजा कादरी 

मंडल ब्यूरो चीफ देवी पाटन गोंडा 

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